संविधान का पालन नहीं होना सभी समस्याओ की जड़ -ठगेला
आल इंडिया फेडरेशन आफ एससी/एसटी ओरगनाईजेशंस की ओर संविधान दिवस की पूर्व बेला पर 73 वा संविधान दिवस समारोह इंजी राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में दिनांक 25 नवंबर 2022 को स्पीकर हाल कांस्टीट्यूशनल क्लब दिल्ली में मनाया गया/सभा को प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा बाबासाहेब व गौतम बुद्ध को पुष्पांजली देने और श्री जय भगवान बौद्ध, श्री नेतराम ठगेला व अन्यो द्वारा मान्य मुख्य अतिथि श्री विजय सांपला, मान्य सुधीर पार्दी, मान्य अंजुबाला दोनों मान्य सदस्य का स्वागत किया/
कार्यक्रम की शुरुआत में श्री केपी चौधरी, मुख्य महासचिव फैडरेशन व जीवन बीमा निगम ऐशोसियशन ने बताया की कंफडेरेशन का निर्माण श्री रामराज की अध्यक्षता में एससी एसटी कमीशन के पूर्व चेयरमैन श्री हनुमंथप्पा केबिन में बनी थी/मान्य पूर्व चेयरमैन ने कहा था कि तुम दस हजार की रैली करो पांच आरक्षण विरोधी आदेश वापस करवाना मेरी ड्युटी होगी/
आज परिवार एक नहीं हो पाता हमनें सभी संगठनों चाहे रेलवे हो, डिफेंस हो, बीमा बैंक, एयरपोर्ट, विश्वविद्यालय सभी को एक किया है और उनके प्रतिनिधि यहां बैठे हैं/इस अवसर पर फेडरेशन की ओर से राष्ट्रपति को दिये जाने वाला 12 सूत्रीय मांगपत्र अनुसूचित समाज के पहले नागरिक कमीशन के चेयरमैन श्री विजय सांपला जी को सौंपा/फैडरेशन के अतिरिक्त महासचिव श्री जय भगवान बौद्ध ने बैंकों की समस्याएं सुलझाने के लिए मान्य चेयरमैन का धन्यवाद दिया/

फैडरेशन के महासचिव श्री नेतराम ठगेला, अध्यक्ष, आल इंडिया डिफेंस एससी/एसटी फैडरेशन ने कहां आज संविधान दिवस है, देश को संविधान सौंपते हुए बाबासाहेब ने कहा था आज से विसंगति में देश रहेगा एक ओर राजनीतिक आजादी या समानता देकर जा रहा हूं वही आर्थिक व सामाजिक क्षेत्र में असमानता रहेगी/यह सरकारों का कर्तव्य है इस असमानता को शीघ्र अति शीघ्र दूर करें इसे दूऊ किये बगैर देश में शांति नहीं रहेगी/इस असमानता और देश के संशाधनो को बेचकर कुछ ही लोगों के हाथ में रखने से देश में आंतकवाद, उग्रवाद, जातिय वह धार्मिक दंगे, सीमा पर अशांति, क्षेत्रवाद व भाषावाद के झगडे हो रहे हैं/

मान्य चेयरमैन श्री विजय सांपला ने कहा बाबा साहेब से पहले हम जानवरों से भी बद्तर थे हमें इंसान बाबासाहेब के संविधान ने बनाया है/मैं छ बैंकों का रिव्यू कर चुका हूं, पिछले दिनों हमने वित्तमंत्री, कमीशन और बैंकों के सीएमडी की संयुक्त मिटिंग बुलाई तो बाबासाहेब के शब्द संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, यदि पालन करने वाले खराब हो वह खराब रहेगा/वहां देखकर हैरानी हुई किसी भी बैंक को प्रधानमंत्री के नाम की अनुसूचित जाति की योजना का उन्हें पता नहीं था/उन्हें नोडल अधिकारी का भी पता नहीं था,जब मानसिकता ऐसी होगी तो संविधान का क्या पालन होगा/
उन्होंने आगे कहा शक्ति से सब मिलता है मैं संवैधानिक पद पर हूं, किसी पार्टी का समर्थक या विरोधी नहीं हूं, मैं धरना प्रदर्शन करने के लिए नहीं कह सकता हूं और करोगे तो मना भी नहीं कर सकता/श्री सुभाष पार्दी, मान्य सदस्य ने कहा आपकी समस्याओं के समाधान के लिए कमीशन है, पहले के आयोगों में सफलता रेट बहुत कम थी अब 90% है/सुश्री अंजुबाला, मान्य सदस्य ने महिलाओं की कम उपस्थिति पर मीठी झीडकी देते हुए उनकी भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया/इस अवसर पर अन्यों के अलावा श्री एआर जोशी, कार्यवाहक अध्यक्ष श्री अशोक कुमार, महासचिव रेलवे आदि ने विचार रखें/इस अवसर पर डिफेंस फैडरेशन के दिल्ली महासचिव श्री श्याम सुंदर, श्री बलवीर सिंह, श्री रामरतन समेत हजारों लोग उपस्थित थे/